Posts

बहुत पुरानी बात है - भारत में कभी कागजों पर रामयुग था !

Image
  बहुत पुरानी बात है - भारत में कभी कागजों पर रामयुग था ! रामयुग में महामारी फैली थी. लोग बिना इलाज दवा ऑक्सिजन के मर रहे थे. राजा ने अस्पताल कम मंदिरों का ज्यादा निर्माण किया था ! महामारी में प्रजा बेहाल थी, लोग अपने बीमार परिजनों को ठेला, हाथगाडी में अस्पताल ले जाने को मजबूर थे ! विधायक ठाकुर राजीव प्रताप रूडी ने अपने घर के अहाते में 70 एम्बुलेंस छुपाकर रखा था. समाजसेवक शंबूक यादव ने छुपाई गयी एम्बुलेंस को खोज निकाला. राजीव प्रताप रूडी की अमानवीय लापरवाही सामने आ गई ! ठाकुरों को गुस्सा आ गया. आठ थानों की पुलिस ने मिलकर शंभूक यादव को गिरफ्तार कर राजा के सामने पेश किया ! किसी ठाकुर को अपमानित करने के आरोप में राजा ने शंबूक यादव को मृत्युदंड दिया. सरेआम शंबूक यादव की गर्दन काट दी गई ! भ्रष्टाचारी राजीव प्रताप रूडी को इनाम में महामंत्री बनाया गया ! ✍🏻 Ashish Kumar

अगर मैं भारत का प्रधानमंत्री होता तो

Image
 अगर मैं भारत का प्रधानमंत्री होता ? 1) सभी प्राइवेट अस्पतालों और स्कूल यूनिवर्सिटी का राष्ट्रीयकरण करता. स्वास्थ्य सेवा एवं शिक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होती. 2) बैंकों का कर्ज नही लौटाने वाले उद्योगपतियों की संपत्ति का राष्ट्रीयकरण कर देता. 3) जाति जनगणना करा कर, आबादी के हिसाब से आरक्षण बांट देता. OBC- 55%, SC-ST- 35% और सवर्णो को 10%. 4) मंदिरों में छुपाकर रखा हुआ 50 लाख करोड़ गुप्तधन राष्ट्र को समर्पित कर देता. हर गांव में एसी क्लास रूम वाला स्कूल बनाता. 5) हर जिले में एक AIMMS बनाता. 6) हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट का जज बनने लिए ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम आयोजित कराता. 7) सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक या जाति पहचान जाहिर करने पर प्रतिबंध लगा देता, नियम तोड़ने पर कठोर सजा का प्रावधान होगा. 8) तिलक, चंदन, जानेउ, टोपी, दाढ़ी, बुर्का, घूंघट सब पर बैन लगा देता. 9) राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, विधायक, सांसद, सरपंच सभी के लिए दो कार्यकाल का नियम बनाता, तीसरी बार निर्वाचित होने का अधिकार खत्म कर देता. 10) और जनता जनार्दन जो चाहे ? ✍️✍️ Ashish Kumar  ✍🏼✍🏼Ashish Kumar

आज के लोकतंत्र का असली रूप यही है

Image
अमेरिका में जो कुछ हो रहा है उसका स्वागत करना चाहिए आज के लोकतंत्र का असली रूप यही है चीन,रूस और अन्य देशों से लोकतंत्र खत्म होने के बाद भारत और अमेरिका  भी उसी तरफ बढ़ रहा है जहाँ लोकतंत्र म्युजियम में लगा एक इतिहास हो जाएगा  कल से सोशल मीडिया में अमेरिका की जो तस्वीरें वायरल  हो रही है उसको देखकर ताज्जुब नहीं होना चाहिए  जो बोया गया था अब वही काटा जा रहा है नफरत की राजनीति का अंत ऐसे ही होता है। दुनिया के सबसे पुराने और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की यह दुर्द’शा लोकतंत्र के छद्म रूप का ची’र हर’ण है। यह यहाँ भी हो रहा है वहाँ भी हो रहा है यहाँ देश का प्रधानमंत्री और गृहमंत्री विरोधी दल की चुनी हुई सरकारों को गिरा कर अपनी सरकार बनवा रहा है तो वहाँ एक हारा हुआ राष्ट्रपति अमेरिकी पद पर बने रहने के लिए अपने समर्थकों को उकसाकर काँग्रेस के भवन पर हमला करवा कर सत्ता देने से इंकार कर रहा है। आधी रात को अमेरिकी कांग्रेस के भवन पर ट्रम्प समर्थकों का हमला ठीक वैसा ही घमंडी, तुन’कमिजाज और सत्ता के मद में चूर शासक का प्रतीक है जैसे यहाँ पर किसी और की सरकार ना बनने का सत्ता का द...

जिस भाजपा ने पूर्व IPS संजीव भट्ट को 2 साल से जेल में डाल रखा है वो अर्णब की गिरफ्तारी को आपातकाल बता रही है

Image
 अर्नब से लाख असहमतियां हैं लेकिन इस बात के लिए उनके साथ खड़ा हूँ कि उन्हें अपना पक्ष रखने का फेयर चांस मिले. मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि लेट अबेर ही सही अन्वय को न्याय मिलेगा.  फिलहाल अर्नब को केवल पूछताछ के लिए ले जाया गया है ये बेहद सामान्य सी बात है, इसमें कुछ भी गलत नहीं लेकिन वे लोग जो इस पूछताछ को आपातकाल और फासीवाद बता रहे हैं. उन्हें बताना चाहता हूँ कि जिस पार्टी के आप समर्थक हैं उसी भाजपा सरकार ने 1995 में बंद एक केस को साल 2011 में खोलकर संजीव भट्ट नाम के एक इमानदार आईपीएस अधिकारी को 2 साल से जेल में सड़ाया हुआ है. इसी भाजपा सरकार ने डॉक्टर कफील खान को पहले 9 महीने और फिर दुबारा 6 महीने तक जेल में सड़ाए रखा था लेकिन तब आप अपनी सरकार के हर अलोकतांत्रिक कदम पर बेहयाई से हंस देते थे. इसी योगी सरकार ने पत्रकार प्रशांत कनोजिया को दो महीने से जेल में रखा हुआ है, इसी मोदी सरकार ने सुधा भारद्वाज को झूठे केस बनाकर पिछले 3 साल से जेल में रखा हुआ है. ऐसे न जाने कितने ही जैसे सेकड़ों निर्दोष नागरिक है जिन्हें भाजपा और आरएसएस के विरोध की सजा दी जा रही है. जिसका कि आप दिनरात...

बाकी परिवारों का क्या वो आम हैं

Image
वर्तमान भारत मे कोरोना के अभी तक 8 लाख 50 हजार केस है, उनमें से अमिताभ बच्चन और उसका बेटा अभिषेक बच्चन भी पोजेटिव है.  अमिताभ बच्चन और उसके बेटे के लिए अतिअत्याधुनिक अस्पताल है, उनके लिए दुनिया के सबसे बड़े डॉक्टर है. उसके लिए तुम्हे आँसू बहाने की जरूरत नहीं है. आंसू बहाना है तो उन 8 लाख 49 हजार 998 के लिए बहाओ जो आम लोग है, जिनके लिए अस्पताल में बेड नही मिलते है, जिनके कोरोना से मरने के बाद उनकी लाशों को जलाने को जगह नही मिलता , उनके लिए आवाज उठाओ, रोना बंद करो अमिताभ के लिए, उसे कुछ नही होगा. देश मे अमिताभ का कोरोना होना मुद्दा नही है. आम लोगो को अस्पताल में जगह मिलना मुद्दा है, अमिताभ का कोरोना टेस्ट आधे घंटे में हो गया. आम लोगो का तो टेस्ट ही नही हो पाता हफ्ते भर, अमिताभ फिर से ठीक हो कर 3 करोड़ एक एपिसोड का लेगा KBC में, पर एक आम आदमी कोरोना से मर जाये तो पूरा परिवार उसका बर्बाद हो जाता है 📝 आशीष कुमार

एक स्त्री ही है जो अपने पूरे जीवन को सिर्फ दुसरो के लिए जीती है

Image
थोड़ा इत्मीनान से पढिये  बच्चा पैदा करने के लिए क्या आवश्यक है..?? पुरुष का वीर्य और औरत का गर्भ !!! लेकिन रुकिए ...सिर्फ गर्भ ??? नहीं... नहीं...!!! एक ऐसा शरीर जो इस क्रिया के लिए तैयार हो।  जबकि वीर्य (spurme)के लिए 13 साल और 70 साल का  वीर्य भी चलेगा। लेकिन गर्भाशय का मजबूत होना अति आवश्यक है,  इसलिए सेहत भी अच्छी होनी चाहिए।  एक ऐसी स्त्री का गर्भाशय  जिसको बाकायदा हर महीने समयानुसार  माहवारी (Period) आती हो।  जी हाँ ! वही माहवारी जिसको सभी स्त्रियाँ हर महीने बर्दाश्त करती हैं।  बर्दाश्त इसलिए क्योंकि  महावारी (Period) उनका Choice नहीं है।  यह कुदरत के द्वारा दिया गया एक नियम है।  वही महावारी जिसमें शरीर पूरा अकड़ जाता है,  कमर लगता है टूट गयी हो,  पैरों की पिण्डलियाँ फटने लगती हैं,  लगता है पेड़ू में किसी ने पत्थर ठूँस दिये हों,  दर्द की हिलोरें सिहरन पैदा करती हैं।  ऊपर से लोगों की घटिया मानसिकता की वजह से  इसको छुपा छुपा के रखना अपने आप में  किसी जँग से कम नहीं। बच्चे को जन्म देते समय...

क्या इस तरह मोदी सरकार आर्थिक मंदी से देश को उभारेगी ?

Image
20 लाख करोड़ का पैकेज INDIA के लिए है. BHARAT के लिए सिर्फ नए श्रम कानून में 18 घन्टे श्रम करना है ! मैं कोई अर्थशास्त्री नही हूँ. इतना जानता हूँ सरकार ने इस पैकेज में एक रुपया श्रमिकों और गरीबों को नही दिया. फ्रांस इंग्लैंड स्पेन इटली अमेरिका और कनाडा जैसे देश अपने नागरिकों को सीधे पैसे देकर आर्थिक सहायता कर रहे हैं ! INDIA में उद्योगपति रहते हैं, 1% अमीर रहते हैं जिनके पास BHARAT की 73% संपत्ति पर कब्ज़ा है. BHARAT गरीब है, ओबीसी एससी एसटी वर्ग के किसान मजदूरों का बसेरा ! सरकार INDIA के अमीरों से कह रही हैं बिना गारंटी के बैंक से बिंदास क़र्ज़ उठाओ, बैंक गारंटी हम लेंगे. क़र्ज़ लेंगे और भरेंगे नही. सरकार INDIA के अमीरों का क़र्ज़ माफ़ कर देगी ! क्या इस तरह मोदी सरकार आर्थिक मंदी से देश को उभारेगी ? एक तरफ सरकार कह रही है मजदूरों को पूरा वेतन दो, दूसरी तरफ सरकार सरकारी कर्मचारियों का वेतन काट रही है ! इस समय SUPPLY रुका है, DEMAND है लेकिन PURCHASING CAPACITY कम है. 80 करोड़ आबादी की खरीदारी करने की क्षमता एक दम निचले स्तर आ चुकी है. ऐसे लोग पूरी तरह सरकार के समर्थन पर जिएंगे.  PDS में एक व...